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कांग्रेसी कहै पंडत तूं देखिये पतरा / अमर सिंह छाछिया

कांग्रेसी कहै पंडत तूं देखिये पतरा।
सरकार थारी नै इबकै दिखै सै खतरा।...टेक

ये खड़े कोण, तनै लगे रोण, दुख गरीबां नै देरा।
1600 के भा गये गेहूं कसाई गरीबां का होरा।
महंगाई का नारा गरीब यो मारा देश ए रुक्के देरा।
ये होके कट्ठे करै हड़ताल फूंकै पुतला तेरा।
कुर्सी छोड़ कै दे जा रेस जणूं कसाइयां कै फंसा बकरा...

तेरी होगी सजा, कांग्रेस की धजा, तैं झूठा पतरा लेरा।
राज बदल जा, ताज बदल जा, यो पतरा बदलै ना मेरा।
तेरै लगै सोठ तनै देवैं ठोक नहीं पुलिस का बेरा।
थोड़े दिन रहै रे सैं यो पाटै दंगल भी तेरा।
तेरै मरज इसी ऐ बैठैगी तूं पिवैगा सपरा...

होया उदास फीका चेहरा यो तेरा मुरझारा
जाति-पांति का यो नारा यो मनै इबकै लेरा।
झूठा नारा सै तेरा इसमैं सबका हो सै सहारा।
तनै करी काट ये गये पाट इब करै सफाया तेरा।
इबकै खैर नहीं तेरी तूं ब.स.पा. कै फंसरा...

विरोधी कह पंडत तूं करिये मेरे पै शान।
भाई झूठ तो म्हं बोलूं कोनी बेशक जाओ जान।
तेरी मन की चाही कर द्यूंगा मुंह मांगी देऊ दान।
भाई थारी जमानत भी बचै नहीं यो बी.एस.पी. का ऐलान
अमर सिंह छाछिया यो बड़सी का कुर्सी दिल्ली की तकरा...