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यह धरती हमारा ही स्वप्न है / आलोक श्रीवास्तव-२

यह धरती हमारा ही स्वप्न है
रचनाकार आलोक श्रीवास्तव-२
प्रकाशक संवाद प्रकाशन, आई-499, शास्त्रीनगर, मेरठ- 250 004 (उत्तरप्रदेश)
वर्ष 2006
भाषा हिन्दी
विषय कविताएँ
विधा छन्दहीन
पृष्ठ 104
ISBN 81-87524-88-x
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

एक आवाज़ पुकारती है

आज देश में नहीं है वसंत

जहाँ यात्राएँ हैं, लोग हैं...

युगांत की यह गोधूलि

सुदूर एक और ही युग है