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बनारसी (भाषा) चेतावनी / शब्द प्रकाश / धरनीदास
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हाथ गोड़ पेट पीठ कान आंखि नाक नीक, माथ मुंह दाँत जीभ ओट ऐसना।
जियन सताइला कुभल भछ खाइला, कुलीनता जनाइला कुसंग संग बैसना॥
चलीलाकुचाल चाल ऊपर फिरेला काल, साधु को सुमंत विराईला से कैसना।
धरनी कहैला भइया ऐसन न चेतिला त जानि लेब तादिना धधाति आगि पैसना॥15॥

