भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
मूं जीअण जो स्टाईल / अनन्द खेमाणी
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 03:44, 27 सितम्बर 2016 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अनन्द खेमाणी |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KK...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
आत्मा खे हिक
खू़बसूरत बर्नीअ में
बंदि करे
मथां ‘ज़हर’ जी
लेबल लॻाए छॾी आहे।

