भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

कवि-लेखक / कुलदीप सिंह भाटी

Kavita Kosh से
सशुल्क योगदानकर्ता ५ (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:30, 28 जनवरी 2024 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कुलदीप सिंह भाटी |अनुवादक= |संग्र...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

कवि या लेखक नहीं लिखता
कभी स्वयं के सुख की स्वस्ति
या भुक्त दुखों का आत्मगान।
दूसरों के दुःख को

अपने हृदय में करता है धारण
और दुनियाभर के आँसुओं को
अपनी पलकों में भर लेने का
दुरूह कार्य करता है
कोई कवि या लेखक।

कितना मुश्किल होता होगा
किसी कवि या लेखक के लिए
दूसरों के हिस्से के
आँसुओं को अपने हृदय में
भरकर आँखों से बहाना।

इसीलिए हर कोई व्यक्ति
कह और लिख तो पाता है
पर हर कोई व्यक्ति
नहीं बन पाता है
कवि या लेखक।