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जो नहीं जा सका कहा / जया जादवानी
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हाथ छापते हैं पन्ने
होती है शब्दों की बारिश
धुल जाती है हर कविता
पहली बारिश में
बचा रहता है वही
जो नहीं जा सका कहा...।

