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पाणी री छांट कोनी नाखी
केई दिनां सूं चमकै है बीज
अर गाजै है
बादळ काळो
आ तो हुई आ ई बात
कै कोई घरां बुलावै आप रै
पण जावां जद लाधै ताळो !

