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"लोरियों तक सभी है शहज़ादे / विजय वाते" के अवतरणों में अंतर
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| − | अय खुदा लोरियाँ ही बरसा दे | + | अय खुदा लोरियाँ ही बरसा दे<br><br> |
| − | एक तारा उगा जो शाम ढले | + | एक तारा उगा जो शाम ढले<br> |
| − | उसको सौ | + | उसको सौ सूरजों की उर्जा दे<br><br> |
| − | दरमियाँ बर्फ का समंदर है | + | दरमियाँ बर्फ का समंदर है<br> |
| − | आ समंदर में | + | आ समंदर में धूप बिखरा दे<br><br> |
| − | हर तरफ़ आग-सी बरसती है | + | हर तरफ़ आग-सी बरसती है<br> |
| − | ये दुआ है कि पौधा छाया दे | + | ये दुआ है कि पौधा छाया दे<br><br> |
तूने क्या सोच के कहा है "विजय"<br> | तूने क्या सोच के कहा है "विजय"<br> | ||
| − | बात इतनी सी और समझा दे | + | बात इतनी सी और समझा दे |
09:35, 19 जून 2010 का अवतरण
लोरियों तक सभी है शहज़ादे
अय खुदा लोरियाँ ही बरसा दे
एक तारा उगा जो शाम ढले
उसको सौ सूरजों की उर्जा दे
दरमियाँ बर्फ का समंदर है
आ समंदर में धूप बिखरा दे
हर तरफ़ आग-सी बरसती है
ये दुआ है कि पौधा छाया दे
तूने क्या सोच के कहा है "विजय"
बात इतनी सी और समझा दे

