भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"कस्तूरी कुंडल बसे / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Vibhajhalani (चर्चा | योगदान) |
Vibhajhalani (चर्चा | योगदान) |
||
| पंक्ति 12: | पंक्ति 12: | ||
|विविध= | |विविध= | ||
}} | }} | ||
| − | + | ||
| − | *[[ | + | *[[ओ गँवारिन पनिहारिन! / गुलाब खंडेलवाल]] |
| − | + | ||
| − | + | ||
| − | + | ||
| − | + | ||
*[[ओ मधुपायी! / गुलाब खंडेलवाल]] | *[[ओ मधुपायी! / गुलाब खंडेलवाल]] | ||
| − | *[[ | + | *[[डाल से छूटते ही / गुलाब खंडेलवाल]] |
*[[डूबते सूरज के साथ-साथ / गुलाब खंडेलवाल]] | *[[डूबते सूरज के साथ-साथ / गुलाब खंडेलवाल]] | ||
| + | *[[तुझ तक पहुँचने के / गुलाब खंडेलवाल]] | ||
| + | *[[तेरे पास पहुँचने की आशा में / गुलाब खंडेलवाल]] | ||
*[[पार जाने का उतावलापन / गुलाब खंडेलवाल]] | *[[पार जाने का उतावलापन / गुलाब खंडेलवाल]] | ||
| − | *[[ | + | *[[मेरे मन से कृतित्व का मोह हटा दे; / गुलाब खंडेलवाल]] |
| − | *[[ | + | *[[मेरी साँसों के स्पर्श से / गुलाब खंडेलवाल]] |
| − | *[[ | + | *[[मैं शब्दों के माध्यम से / गुलाब खंडेलवाल]] |
*[[रात अपने आगे से गुजरती / गुलाब खंडेलवाल]] | *[[रात अपने आगे से गुजरती / गुलाब खंडेलवाल]] | ||
| − | *[[हीरों की पोटली सर पर लादे / गुलाब खंडेलवाल]] | + | *[[लहर तीर पर पहुँचकर ख़ुशी से चिल्लायी, -- / गुलाब खंडेलवाल]] |
| − | + | *[[हम सब माया-मृग हैं / गुलाब खंडेलवाल]] | |
| + | *[[हीरों की पोटली सर पर लादे / गुलाब खंडेलवाल]] | ||
09:41, 20 अप्रैल 2017 के समय का अवतरण
कस्तूरी कुंडल बसे

क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
| रचनाकार | गुलाब खंडेलवाल |
|---|---|
| प्रकाशक | |
| वर्ष | |
| भाषा | हिंदी |
| विषय | |
| विधा | मुक्तक |
| पृष्ठ | |
| ISBN | |
| विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- ओ गँवारिन पनिहारिन! / गुलाब खंडेलवाल
- ओ मधुपायी! / गुलाब खंडेलवाल
- डाल से छूटते ही / गुलाब खंडेलवाल
- डूबते सूरज के साथ-साथ / गुलाब खंडेलवाल
- तुझ तक पहुँचने के / गुलाब खंडेलवाल
- तेरे पास पहुँचने की आशा में / गुलाब खंडेलवाल
- पार जाने का उतावलापन / गुलाब खंडेलवाल
- मेरे मन से कृतित्व का मोह हटा दे; / गुलाब खंडेलवाल
- मेरी साँसों के स्पर्श से / गुलाब खंडेलवाल
- मैं शब्दों के माध्यम से / गुलाब खंडेलवाल
- रात अपने आगे से गुजरती / गुलाब खंडेलवाल
- लहर तीर पर पहुँचकर ख़ुशी से चिल्लायी, -- / गुलाब खंडेलवाल
- हम सब माया-मृग हैं / गुलाब खंडेलवाल
- हीरों की पोटली सर पर लादे / गुलाब खंडेलवाल

