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"फुटकर शेर / त्रिलोकचन्‍द महरूम" के अवतरणों में अंतर

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02:29, 8 जनवरी 2011 का अवतरण

1.
जो तू ग़मख़्वार हो जाये तो ग़म क्या,
ज़माना क्या, ज़माने के सितम क्या ।

2.