भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

कोई और / देवी प्रसाद मिश्र

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

हमने कांग्रेस-जनसंघ-संसोपा-भाजपा-सपा-बसपा-अवामी लीग-लोकदल-राजद-हिंदू महासभा-जमायते-इस्लामी
वग़ैरह वग़ैरह के लोंदों से जो बनाया

वह भारतीय मनुष्य का फ़ौरी पुतला है
मुझे भूरी-काली मिट्टी का एक और मनुष्य चाहिए

मुझे एक वैकल्पिक मनुष्य चाहिए