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अंगूर के दाने / आनंद खत्री

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अंगूर के आकर्षक रंग-बिरंगे दाने
बेस्वाद सी बाहरी खाल में दबी
ग़ज़ब सी मिठास-भरा रसीला गूदा
दांत से दबाया तो रस ही रस था।

थोड़ा और चबाया, चखा तो
ज़ायके की खोज बीज तक पहुँची
बीज था बेस्वाद सा
या मैं सवाब नहीं समझ पाया।