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अपने भले-बुरे का पूरा दे दो / हनुमानप्रसाद पोद्दार

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(राग जंगला-ताल कहरवा)

अपने भले-बुरे का पूरा दे दो प्रभु को ही अधिकार।
जीवन में होने दो सब स्वच्छन्द उन्हीं के मन-‌अनुसार॥
करते रहो सचेत कर्म शुभ उनकी ही रुचिके अनुकूल।
कर्म-कर्मफलमें न रखो आसक्ति तनिक भी मनमें भूल॥
प्रभुकी सेवारूप करो प्रत्येक कार्य, रखकर विश्वास।
भय-विषाद सब छोड़, रखो नित मनमें निर्भयता-‌उल्लास॥