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उलटन्त / संदीप रावत

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गंडेळों का सिंग पैना ह्वेगैनी,
जूंको का हडगा कटगड़ा ह्वेगैनी
किताळों कि बैकबून मजबूत ह्वेग्ये,
अर! मच्छरौं का टँगड़ा सीधा ह्वेगैनी |

किरम्वळा अब तड़ाक नि देंदा, डंक मन्ना छन
सरैल मा जहर कि मिसाइल छ्वडणा छन
उप्पनोंन बि तड़काणु छोड़ियाळि
तौं पर अब डी डी टी अर निआन असर नि कन्ना छन |

संगुळा अर झौड़ा बज्रबाण बण्यां छन
न्योळा अर गुरौ अब दगड्या बण्या छन
बिरौळा कि बरात मा मूसा ब्रेकडांस कन्ना छन
अर! चौंर्या स्याळ बाघ ना, शेर बण्या छन |

भौंरा -मिरासि फूलों मा जहर छ्वळणा छन
बल उल्लू दिन मा द्यखणा छन
हंस, काणा अर गरुड्या चाल हिटणा छन
घूण, अन्न बदला, मनखि तैं घुळणा छन |

हूंदा खांदा गौं मा घेंदुड़ा पधान बण्या छन
जूंका अब ल्वे ना, इमान चुसणा छन
बिरौळा अब खौं बाघ बणी गैनी
अर! कुकरौं कि दौड़ मा, भ्वट्या शेर बण्या छन |