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एक बड़ी-सी नीली चिड़िया / केदारनाथ अग्रवाल

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एक बड़ी-सी नीली चिड़िया,

पंख पसारे,

उड़ने से मज़बूर है,

नील गगन से दूर है !

गहरी नीली आँख बड़ी-सी,

पलकें खोले,

मुंदने से मज़बूर है ।

आँसू से भरपूर है ।