भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

एक शे’र6 / अली सरदार जाफ़री

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज


एक शे’र
======
यह किसने फोन पर दी साले नव की तहनियत<ref>शुभकामना. </ref> मुझको
तसवुर रकस करता है तरवय्युल गुनगुनाता है

शब्दार्थ
<references/>