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ऐसा क्यों होता है? / मधुछन्दा चक्रवर्ती

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क्या तुमको पता है ऐसा क्यों होता है
ज़िन्दगी में कि हम चाहते हैं जो-कुछ नहीं मिलता
मिलता है जो हम नहीं चाहते
देता है वह जिससे हम चाहते है।

क्या तुमको पता है ऐसा क्यों होता है
कि जब आप प्यार करते है किसी को
तो उस पर चाहे जितना भी विश्वास हो
शक होता है दूसरों की बातों से।

क्या तुमको पता है ऐसा क्यों होता है
कुछ पाने की चाहत में रास्ते सब सही है
पर फिर भी हार जाते है
गम में डूब जाते है।

क्या तुमको पता है जब कुछ अपना खो देते है तो
सांतवना देने वाले पर भी गुस्सा आता है
फिर भी उससे कुछ कह नहीं सकते
अपने दिल का दर्द कम नहीं कर सकते
और तब भी ऊपर वाला शांत बैठा सब कुछ देखता रहता है।

ऐसा क्यों होता है
क्या ये सब धोका है?
सब क्या दिल को दुख देने का जरिया है।

ऐसा क्यों होता है
कि जिससे प्यार किया वही आपको
कहता है
तुमने प्यार में देरी कर दी
ऐसा क्यों होता है
कि आप उसे चाहे ज़िन्दगीभर और
वह भूल जाए आपको
अपनी नई ज़िन्दगी में आकर
कामयाबी की पहली झलक पाकर

ऐसा क्यों होता है
कि आगे बढ़ना चाहो भी तो
प्यार की यादें बढ़ने नहीं देती
प्यार रोक देता है हर कदम
प्यार थाम लेता है हाथ
प्यार दबा देता है आगे बढ़ने का फैसला
प्यार ही तोड़ देता है आगे बढ़ने का सपना
ऐसा क्यों होता है?