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कलियाँ हँस दें गजरा हँस दे / नफ़ीस परवेज़

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कलियाँ हँस दें गजरा हँस दे
वो मुस्कायें बगिया हँस दे

उनके आने की आहट से
दिल का ज़र्रा-ज़र्रा हँस दे

देख हमारी बेताबी को
पत्ता हँस दे बूटा हँस दे

चांद सितारे ला देंगें हम
सुनकर रूठा चेहरा हँस दे

क्या कहना दीवाने पन का
देखे तो परवाना हँस दे

कुछ पल ख़ुशियाँ जी लेते हैं
नीदों में जब सपना हँस दे