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कहीं नहीं जाती हुई एक बन्द गली / गाबोर ग्यूकिक्स / पंखुरी सिन्हा
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वर्तमान का यह समय ईश्वर निर्मित एक सैण्डविच है
भविष्य और अतीत के बीच फँसा हुआ
अन्धेरा और कुहासा देते हैं सुरक्षा
सड़क पर जलती बत्ती की अपेक्षा
फेंस के दूसरी तरफ़
खड़ा है सफ़ेदी पुता एक मकान
बिना किसी पहरेदार के
ईश्वरीय हथियारों के धारदार
चमकीले आईने में, दिखाई पड़ती है
कहीं नहीं जाती हुई एक बन्द गली !
अँग्रेज़ी से अनुवाद : पंखुरी सिन्हा