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कुछ दुआओं का हक़ीक़त में बदल हो जाना / के. पी. अनमोल

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कुछ दुआओं का हक़ीक़त में बदल हो जाना
यानी मुश्किल का घड़ी-भर में सहल हो जाना

रात-भर प्यार, हँसी, शिकवे, शिकायत मतलब
एक कमरे का हसीं ताजमहल हो जाना

शीरीं आवाज़, हँसी ख़ास, कहन जादू-भरी
लाज़मी है तेरे लहजे का ग़ज़ल हो जाना

फ़ैसला एक ग़लत और मिला बदले में
ग़म के फेरों का अचानक ही डबल हो जाना

रोज़ नाकामियों के चलते यक़ीनन तय है
मेरी कोशिश का किसी रोज़ सफल हो जाना

हो गया कैसे हर इक काम बहुत हैरां हूँ
मैंने बस मन में ये बोला था कि चल हो जाना

आज के दौर में 'अनमोल' बहुत मुमकिन है
एक लम्हे में कई फेरबदल हो जाना