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गाँव की बात / माया मृग

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शहर की प्रतिक्रिया
या किसी
सर्द-अतीत का टुकड़ा
रह-रहकर
मेरे सपनों में अक्सर
बर्फ की सिलों
के बीच लेटा
एक मुर्दा
नजर आता है
फिर भी मैं-
अपने छूटे हुए
गाँव की बात
कभी नहीं सोचता !