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गोली / सुबोध सरकार / देवेन्द्र कुमार देवेश

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भगवान ने कहा : गोली चलाओ
मंत्री ने कहा : गोली चलाओ
मंत्री ने सचिव से कहा : गोली चलाओ
सचिव ने अवर सचिव को कहा
हर जिले में फ़ोन किया गया
जिले से महकमे को
महकमों ने पंचायत से कहा
पंचायत ने हल से कहा
हल ने धान की बाली को कहा
बाली दौड़कर गाँव के सबसे कमज़ोर पुलिसवाले के पास गई
यह लो आदेश, चलाओ गोली ।

जिसने गोली चलाई और जिसे गोली लगी
दोनों ही भारतवर्ष हैं ।
जिसे गोली लगी वह मरेगा
और जिसने गोली चलाई वह भी मारा जाएगा । धीरे ।
दोनों एक ही कक्षा में पढ़ते थे

प्रथम पंक्ति में जिस भगवान की बात की थी ।
उसका असली नाम वीर भगवान सिंह है ।

वास्तव में वही धान की बाली है ।
और गोली भी ।

मूल बाँग्ला से अनुवाद : देवेन्द्र कुमार देवेश

और लीजिए अब यही कविता मूल बाँग्ला में पढ़िए
           সুবোধ সরকার
                 গুলি

ভগবান বলল: গুলি চালাও
মন্ত্রী বলল: গুলি চালাও
মন্ত্রী সেক্রেটারিকে বলল: গুলি চালাও
সেক্রেটারি বলল আন্ডার সেক্রেটারিকে
ফোন করা হল জেলায়।
জেলা বলল মহকুমাকে
মহকুমা বলল পঞ্চায়েতকে
পঞ্চায়েত বলল লাঙলকে
লাঙল বলল ধানের শীষকে
শীষ ছুটল গ্রামের সবচেয়ে রোগা পুলিশের কাছে
এই নাও অর্ডার, গুলি চালাও।
যে গুলি চালাল আর যে লুটিয়ে পড়ল
তারা দুজনেই ভারতবর্ষ।
যে গুলি খেল সে মারা যাবে
যে গুলি চালাল সেও মারা যাবে। ধীরে।
ওরা এক ক্লাসে পড়ত।
প্রথম লাইনে যে ভগবানের কথা বলছিলাম
তার আসল নাম বীর ভগবান সিং ।
সেই আসলে ধানের শীষ।
এবং বুলেট।