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घर / पीयूष दईया

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"अचानक से एक बच्चा
रखता है तीन पत्थर
और कहता है--
यह मेरा घर है।"

मैं नहीं चाहता मेरे
बच्चे भी कभी रखें-
तीन पत्थर।