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चिड़िया / सुदर्शन वशिष्ठ

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जो सदा रहती है एक-सी
चुस्त फुदकती हुई
चिड़िया रहती है मैदान में
जंगल में ऊंचे पर्वतों में।

ऊंचे पहाड़ पर मिली एक चिड़िया
जो भाग रही थी लगातार
जीप के आगे
जैसे भागती है अनजान गाय भौंचक्की
बस के आगे सरपट
भागती जाती इधर-उधर नहीं देखती
वैसे ही भाग रही थी चिड़िया।

इतनी ऊँचाई पर जीप का चलना
आश्चर्य है
इससे बड़ा आश्रय है
चिड़िया का जीप के आगे भागना।