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तुमने कहा तथागत / शिवकुटी लाल वर्मा

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जब तक मैंने निज को गाया
बना रहा अभ्यागत
जब मैंने तुम सब को गाया
रचा गया ज्यों आगत
जब-जब मैंने अपने पर रोया
तब-तब हुआ विगत
जब-जब रोया तुम सब पर
तुमने कहा तथागत !