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तुम ही हुए रखवाल / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"

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तुम ही हुए रखवाल
तो उसका कौन न होगा?
फूली-फली तरु-डाल
तो उसका कौन न होगा?

कान पड़ी है खटाई
तो उसकी मौन मिताई,
और हिये जयमाल
तो उसका कौन न होगा?

जिसने किया है किनारा
उसीका दलबल हारा,
और हुए तुम ढाल
तो उसका कौन न होगा?