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तूं बालक बच्चेदार मरै टोट्टे म्हं / मांगेराम

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तूं बालक बच्चेदार मरै टोट्टे म्हं
तेरे फेरयां की गुनागार फिरै टोट्टे म्हं

कोन्या मिटती भूख, मिल्या ना टूक, रोवणा होग्या
मनैं चौबीस घण्टे जंग झोवणा होग्या
तनैं कुछ भी नहीं तमीज, फिकर का बीज बोवणा होग्या
दुख दरदां का बोझ ढोवणा होग्या
तेरी ब्याही बारा मास, सबर के सांस, भरै टोट्टे म्हं

घर में नहीं अनाज भूख म्हं आज मरें गे सार
होरे सौ-सौ कोस पेमी म्हारे
तेरे टोट्टे आळे ख्याल बदलज्यां काल्ह, सजन न्यूं थारे
भीड़ पड़ी म्हं मदा कर् या करैं प्यारे
मेरी फूट गई तकदी, सजन तेरी बीर, जरै टोट्टे म्हं

तेरी सुबह की नहाण, रोज की बैण, नहर का पाणी
तू होज्यागा बेमार डरै मिसराणी
तेरे बालक सैं नादान, लिए तू मान, शर्म की बाणी
तू मान्या ना भरतार रोज की कहाणी
घरां कपड़ा कोन्या एक, लखा कै देख ठिरैं टोट्टे म्हं

जब बरसेंगे भगवान, या टपकै छान, टूटज्या सारी
जब चलै जोर की हवा उठज्या सारी
काच्ची तेरी दीवाल, देख लिए काल्ह, फूटज्या सारी
तेरी भजन करण की बाण छुटज्या सारी
मांगेराम की रजा, धर्म की धजा, गिरै टोट्टे म्हं