भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

थोड़ा बहुत है / राग तेलंग

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

आसपास बहुत है
जरूरत थोड़े की है

थोड़ा भी बहुत है

फिर बहुत भी तो थोड़ा-सा है

फिर थोड़ा कहना
बहुत को
बिल्कुल ठीक है

यानी
थोड़ा-बहुत
दोनों बराबर हैं

फिर तो
थोड़ा ही
बहुत हुआ

है ना !