भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

दिल का खिलौना हाय टूट गया / भरत व्यास

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

टूट गया
टूट गया
दिल का खिलौना हाय टूट गया
दिल का खिलौना हाय टूट गया
कोई लुटेरा आ के लूट गया
हाय कोई लुटेरा आ के लूट गया
दिल का खिलौना हाय टूट गया
दिल का खिलौना हाय टूट गया

हुआ क्या क़ुसूर ऐसा सैंयाँ हमारा
हुआ क्या क़ुसूर ऐसा सैंयाँ हमारा
जाते हुये जो तूने हमें ना पुकारा
जाते हुये जो तूने हमें ना पुकारा
उल्फ़त का तार तोड़ा
हमें मझधार छोड़ा
हम तो चले थे ले के तेरा ही सहारा
साथी हमारा हमसे छूट गया

दिल का खिलौना हाय टूट गया
दिल का खिलौना हाय टूट गया
कोई लुटेरा आ के लूट गया
हाय कोई लुटेरा आ के लूट गया
हाय दिल का खिलौना हाय टूट गया
दिल का खिलौना हाय टूट गया

कैसी परदेसी तूने प्रीत लगाई
कैसी परदेसी तूने प्रीत लगाई
चैन भी खोया हमने नींद गँवाई
कैसी परदेसी तूने प्रीत लगाई
तेरा ऐतबार कर के
हाय इंतज़ार कर के
ख़ुशियों के बदले ग़म की दुनिया बसाई
ज़ालिम ज़माना हमसे रूठ गया

दिल का खिलौना हाय टूट गया
कोई लुटेरा आ के लूट गया
हाय कोई लुटेरा आ के लूट गया
हाय दिल का खिलौना हाय टूट गया
दिल का खिलौना हाय टूट गया