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दूध के कटोरे का गीत / राजस्थानी

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ओ सा म्हारे माथा ने मेमद ल्याय, कटोरो ल्यायी दूध को।
ओ सा म्हारा हिवड़ा ने हांसज ल्याय कटोरो ल्यायी दूध को।
ओ ये थाने रखड़ी घड़ाद्यूं घर नार, कटोरो ल्यायी दूध को।
ओ जी म्हारा पीहर से आयी जी, भूरी भैंस, कटोरो पील्यो दूध को।
ओ ये थे तो ठण्डी ल्यायी ये घर नार, कटोरो ले जा दूध को।
ओ जी म्हे तो गरम कर्यो जी भरतार, कटोरो पील्यो दूध को।
ओ ये इमें मक्खी पड़ी ये घर नार, कटोरो ले जा दूध को।
ओ जी मैं तो छाणकर ल्यायी जी भरतार, कटोरो पील्यो दूध को।
ओ ये इमें बास घणी आवे ये घर नार, कटोरो ले जा दूध को।
ओ जी मैं तो इलायची डाली जी भरतार, कटोरो पील्यो दूध को।
ओ ये ओ तो फीको घणो ये घर नार, कटोरो ले जा दूध को।
ओ जी मैं तो मिश्री डाली जी भरतार, कटोरो पील्यो दूध को।
ओ ये म्हारो माथा दूखे ये घर नार, कटोरो ले जा दूध को।
ओ जी थांको माथो चकाऊ जी भरतार, कटोरो पील्यो दूध को।
ओ ये म्हारो पेट दुखे ये घर नार, कटोरो ले जा दूध को।
ओ जी थांने अजवांण की फांकी देऊजी भरतार, कटोरो पील्यो दूध को।
ओ ये म्हारी तबीयत खुश नहीं ये घर नार, कटोरो ले जा दूध को।
ओ जी थांके डाक्टर ने बुलाऊं जी भरतार, कटोरो पील्यो दूध को।
ओ ये थे पाछो ले जावो ये घर नार नहीं पीवां कटोरो दूध को।
ओ जी म्हारा उभी का दोन्यू दुखे पांव, कटोरो पील्यो दूध को।
ओ ये थांकी दोराण्या झांके ये घरनार, कटोरो ले जा दूध को।
ओ जी म्हारी गोदी को रोवे..., कटोरो पील्यो दूध को।
ओ जी थांका लाल के धाय रखावो घर नार, कटोरो ले जा दूध को।
ओ जी थाने इसड़ा नहीं जाण्या भरतार, कटोरो पील्यो दूध को।
ओ ये थे तो बड़ा ये घरां की धीय, कटोरो ले जा दूध को।
ओ जी थाने... जी वाली परणादेयूं भरतार, कटोरो पील्यो दूध को।
ओ ये आतो मोटी घणी ये घर नार, कटोरो ले जा दूध को।
ओ जी थाने... जी वाली परणाद्यूं भरतार, कटोरो पील्यो दूध को।
ओ ये आतो पतली घणी ये घर नार, कटोरो ले जा दूध को।
ओ जी मैं तो थाने ही परणाद्यूं भरतार, कटोरो पील्यो दूध को।
ओ ये आपां साथे मिलकर पावां दूध कटोरो पीवांला दूध को।
नोट- इसी प्रकार अन्य रिश्तेदारों के नाम लें।