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देवी आज म्हारा आंगणा मऽ लाल छड़ो देवासे / निमाड़ी

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

देवी आज म्हारा आंगणा मऽ लाल छड़ो देवासे।
देवी आज म्हरा आंगणा मऽ रनुबाई रमता आवसे,
देवी आज म्हरा आंगणा मऽ गौरबाई रमता आवसे,
देवी आज म्हरा आंगणा मऽ धणियेरजी का घोड़िला हिस्या,
देवी आज म्हरा आंगणा मऽ लाल छड़ो देवासे।