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नीग्रो दोस्त के नाम एक ख़त / शंख घोष

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रिचर्ड ! रिचर्ड !!
रिचर्ड तुम्हारा नाम मेरे लफ़्ज़ों में है ।
कौन रिचर्ड ?
कोई नहीं ।
रिचर्ड मेरा लफ़्ज़ नहीं है ।

रिचर्ड ! रिचर्ड !!
रिचर्ड तुम्हारा नाम मेरे सपनों में है ।
कौन रिचर्ड ?
कोई नहीं ।
रिचर्ड मेरा सपना नहीं है ।

रिचर्ड ! रिचर्ड !!
रिचर्ड तुम्हारा नाम मेरे दुख में है ।
कौन रिचर्ड ?
कोई नहीं ।
रिचर्ड मेरा दुख नहीं है ।

मूल बंगला से अनुवाद : नील कमल