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परियाँ / सरोजिनी कुलश्रेष्ठ

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माँ परियाँ कैसी होती हैं?
माँ बोली, सुंदर होतीं हैं
दो पंखों वाली होती हैं,
प्यारी बेटी-सी होती है।
कभी-कभी नीचे भी आती
बच्चों के संग गाना गाती
कभी मिठाई लेकर आती
कभी खिलौने दे कर जाती
मैंने कहा बुलाओ माँ,
मुझको भी दे जायें माँ
माँ मैं उनसे क्या क्या
ज्ञान मुझे दे जायें माँ
आओ परियों आओ आओ!
जो मैं मांगू वह दे जाओ!
तुम्हें बुलाऊँ तब तुम आओ
मुझको खुशियाँ देकर जाओ।