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प्यार / चेस्लाव मिलोश / मनोज पटेल

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प्यार का मतलब होता है ख़ुद को उस तरह से देखना सीखना
जिस तरह कोई देखता है दूर की चीज़ों को
क्योंकि तुम तमाम चीज़ों में से सिर्फ़ एक चीज़ भर हो ।

और जो कोई भी देखता है उस तरह से, वह अनजाने ही
चँगा कर लेता है अपने दिल को अनेक बीमारियों से —
एक चिड़िया और एक पेड़ उससे कहते हैं : दोस्त !

फिर वह इस्तेमाल करना चाहता है ख़ुद को और चीज़ों को
ताकि वे रहें परिपक्वता की दीप्ति में ।
यह ज़रूरी नहीं कि वह जानता ही हो अपनी सेवा के बारे में :
सबसे बेहतर सेवा करनेवाला हमेशा समझता नहीं है ।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : मनोज पटेल