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बर्फ़ की दीवारें हैं / संजय कुमार शांडिल्य

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बर्फ़ की दीवारें हैं
बर्फ़ जमी हुई ईंटें

बर्फ़ की खिड़कियाँ
बर्फ़ के किवाड़

मौसम कोई भी हो
कुछ भी पसीजता नहीं

ध्रुवों सा ठोस
बर्फ़ एक घर है

जहाँ ठण्डे लोग
रहते हैं।