भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

भागने का एक सपना / ली मिन-युंग / देवेश पथ सारिया

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

तुम अपने सपने में भागे क्यों जा रहे हो ?

क्योंकि यह वह देश नहीं रहा
जिसे मैं प्यार करता हूँ

तुम अपने सपने में भागे क्यों जा रहे हो ?

क्योंकि भागकर ही
मुक्त हुआ जा सकता है

तुम अपने सपने में भागे क्यों जा रहे हो ?

क्योंकि मैं सपने में
एक प्रेममय घरौंदा बनाना चाहता हूँ
दूर किसी वीराने में ।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : देवेश पथ सारिया