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मसखरों की पहचान में कुछ पंक्तियाँ-9-13 / उदय प्रकाश

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9

मसखरे
अमूमन दम्भी और ताकतवर होते हैं
उन्हें आटे का लोंदा
या माटी का माधो न समझना

10

मसखरे
’अन’ पर समाप्त होने वाली
कई क्रियाओं के कर्ता होते हैं
उदाहरण के लिए
शासन, उद्घाटन, लेखन,
विमोचन, उत्पादन, प्रजनन चिन्तन आदि

11

मसखरे ही जानते हैं
अपनी कला की बारीकियाँ
और कोई नहीं जानता

12

ऎसा भी होता है एक दिन
जब हम देखते हैं
मसखरों के हाथ में अमरूद की तरह अपनी दुनिया
मसखरे
दिखाते हैं अमरूद का करतब
हमें हँसाने के लिए
और हम डरना शुरू करते हैं

13

यह तो नहीं कहीं
कि हम एक विराट मसखरा साम्राज्य के
प्रजाजन हैं ।