भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मुंतजीर अल जैदी / निशांत

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मैं
मुंतजीर अल जैदी हूँ।
मैंने ही जार्ज बुश पर
जूता फेका था।

आप भूल जाए
तानाशाह मुझे याद रक्खे।

तानाशाह
जब तक बनते रहेंगे
मैं भी रहूँगा
मैं, मुंतजीर अल जैदी।