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मेरा देश है प्राण-पियारा / जनार्दन राय

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मेरा देश है प्राण-पियारा,
इसके झंडे को झुकने न देंगे,
मेरा देश है प्राण-पियारा।

जिसके चरणों को धोता है सागर,
कर रही गंगा-यमुना उजागर।
उसकी कीर्ति को मिटने न देंगे,
इसके झंडे को झुकने न देंगे।
मेरा देश है प्राण-पियारा।

जो आजादी का दीप लेकर,
जिन्दा प्रताप था खुशियाँ देकर।
उसकी ज्योति को बुझने न देंगे,
इसके झंडे को झुकने न देंगे।
मेरा देश है प्राण-पियारा।

सीख लेंगे हम त्याग अपने राम से,
प्रीत पायेंगे प्यारे घनश्याम से।
लोक रीति को मिटने न देंगे,
इसके झंडे को झुकने न देंगे।
मेरा देश है प्राण-पियारा।

जिस तथागत ने घूम-घूम गाँव में,
दिया सन्देश देश औ विदेश में।
उसकी शिक्षा भूलाने न देंगे,
इसके झंडे को झुकने न देंगे।
मेरा देश है प्राण-पियारा।

गाँधी, राजेन्द्र, वीर जवाहर ने,
जिस पथ को दिखाया सुवास में।
उसी राह पे चलते रहेंगे,
इसके झंडे को झुकने न देंगे।
मेरा देश है प्राण-पियारा।