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मेरे और तुम्हारे नाम के बीच / रोवेर्तो ख़्वार्रोस / प्रेमलता वर्मा

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मेरे और तुम्हारे नाम के बीच
एक होंठ है
जिसने नाम लेने का रिवाज़ त्याग दिया है।

तनहाई और संग के बीच
कोई एक मुद्रा है, जो नहीं होती शुरू
किसी में भी, चुकती लेकिन
सभी में ।

जीवन और मौत के बीच
कुचले हुए चन्द पौधे हैं
जिन पर कभी कोई नहीं चला ।

बीती हुई और आने वाली आवाज़ के बीच
आवाज़ का एक गुपचुप रूप है ख़ामोश
जहाँ सभी कुछ खड़ा मौजूद है ।

मेज़ और ख़ाली जगह के बीच
है एक संक्षिप्त बिजली की चमक
टिका है जिसकी नोक पर प्रेम ।

उन किनारों पर
कोई भी ज़्यादा वक़्त टिक नहीं सकता,
ईश्वर भी तो नहीं, जो दूसरा छोर है
देवता नहीं बना रह सकता ज़्यादा वक़्त तक ।

मूल स्पानी से अनुवाद : प्रेमलता वर्मा’