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राखी चिंकी चुन्नू की / प्रभुदयाल श्रीवास्तव

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चुन्नू भैया हाथ बढ़ाकर,
राखी तो बंधवालो।
रस गुल्ले भी गरम लाई हूँ,
जितने चाहो खालो।
चाबी वाली रेल लाई हूँ,
चूं-चूं वाली चिड़िया
हरे रंग का तोता बोले,
टें टे कितना बढ़िया।
एक नारियल रखा ममा ने,
जो में तुमको दूंगी।
सिर पर रखो रुमाल तभी तो,
मैं राखी बाँधूंगी।
चिंकी ने राखी बाँधी तो,
होने लगे धमाल।
कुछ ने फोटो खींचे, कुछ ने,
ली सेल्फी तत्काल।