भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

देंगे हम जान इस तिरंगे पर / अभिषेक कुमार अम्बर

Kavita Kosh से
Abhishek Amber (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:26, 6 मार्च 2020 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अभिषेक कुमार अम्बर |अनुवादक= |संग...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

देंगे हम जान इस तिरंगे पर,
अपना ईमान इस तिरंगे पर।

 मेरे तो खून का है हर कतरा,
आज कुरबान इस तिरंगे पर।

राम रहमान और गुरुनानक,
सबका सम्मान इस तिरंगे पर।

हमको विश्वास सबसे बढ़ कर है,
देश की आन इस तिरंगे पर।

मेरा बस एक ख्वाब है अम्बर,
होऊं कुरबान इस तिरंगे पर।