कविता कोश प्रयोगशाला
कविता कोश / गद्य कोश
भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
भारतीय काव्य का सबसे विशाल ऑनलाइन संकलन
कोश में कुल पन्ने: 1,57,805
सभी लोगों का मिला-जुला स्वयंसेवी प्रयास!... जय स्वयंसेवा!
मूल काव्य: हिन्दी - उर्दू भोजपुरी मैथिली राजस्थानी अंगिका अवधी नेपाली हरियाणवी ...अन्य भाषाएँ अनुवाद: भारतीय भाषाओं से विदेशी भाषाओं से अन्य विभागों के लिए पर क्लिक कर मेन्यू खोलें
<imagemap>
Image: Rachnaakaar.jpg
rect 0 0 512 410 रचनाकारों की सूची
desc none
</imagemap> हिन्दी/उर्दू काव्य में युगाधार रहे रचनाकारों से लेकर नई पीढ़ी के युवा रचनाकारों तक -कविता कोश में सैकडों रचनाकारों की रचनाओं का संकलन है। इनमें से कुछ हैं: जिगर मुरादाबादी, हरिवंशराय बच्चन, जानकीबल्लभ शास्त्री, फ़ैज़ अहमद फ़ैज़, महादेवी वर्मा, आनंद नारायण मुल्ला, लीलाधर मंडलोई, मजरूह सुल्तानपुरी, मीर तक़ी 'मीर', गा़लिब, मृदुल कीर्ति, यतीन्द्र मिश्र, अनूप सेठी, दुष्यंत कुमार, रांगेय राघव, प्रताप सोमवंशी, निशांत, हसरत जयपुरी, रामधारी सिंह "दिनकर", मीना कुमारी, ख़्वाजा हैदर अली 'आतिश', गुलज़ार, इंशा अल्लाह खां, सुभद्राकुमारी चौहान, शहरयार, जोश मलीहाबादी, परवीन शाकिर, कुमार विकल, बहादुर शाह ज़फ़र, वसीम बरेलवी, नासिर काज़मी, अहमद नदीम काज़मी, कीर्ति चौधरी, कैफ़ी आज़मी, कुँवर बेचैन, जावेद अख़्तर, माखनलाल चतुर्वेदी, जाँ निसार अख़्तर, अहमद फ़राज़, बुद्धिनाथ मिश्र, नासिर काज़मी, उदयन वाजपेयी, वेणु गोपाल, फ़ानी बदायूनी, श्यामनारायण पाण्डेय... और यह सूची यूं ही बढ़ती जा रही है! पूरी सूची के लिये देखें: रचनाकारों की सूची
खुले तुम्हारे लिए हृदय के द्वार
रचनाकार: त्रिलोचन खुले तुम्हारे लिए हृदय के द्वार अपरिचित पास आओ आँखों में सशंक जिज्ञासा मिक्ति कहाँ, है अभी कुहासा जहाँ खड़े हैं, पाँव जड़े हैं स्तम्भ शेष भय की परिभाषा हिलो-मिलो फिर एक डाल के खिलो फूल-से, मत अलगाओ सबमें अपनेपन की माया अपने पन में जीवन आया
|
|