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- 20:28, 6 दिसम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+14) . . सदस्य:Bhaskar (मौजूदा)
- 20:27, 6 दिसम्बर 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,103) . . न सदस्य:Bhaskar (''''कलम में भरी है स्याही''' कलम में भरी है स्याही पर निब ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
- 19:31, 7 मई 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,902) . . न अनुभवी स्त्रियाँ / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: <poem>अपनी मादा संतानों को कई-कई रूपों में कभी माँ, मौसी, भाभी या बड़ी …) (मौजूदा)
- 19:29, 7 मई 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,873) . . न औरतें / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: खूबसूरत किन्तु दरिद्र स्त्रियाँ कुढ़ती हैं <br /> बदसूरत औरत अमीर क…) (मौजूदा)
- 19:24, 7 मई 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,407) . . न हाय हिंदी! हाय हाय हिंदी../ रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: दिल खुश हो उठता है जब कोई तारीफ करता है हमारी जुबान हिंदी की गोया…) (मौजूदा)
- 19:22, 7 मई 2011 (अंतर | इतिहास) . . (-44) . . रवीन्द्र दास
- 19:20, 7 मई 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,940) . . रवीन्द्र दास
- 20:42, 9 सितम्बर 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+1,977) . . न पिकनिक ( बाल-कविता) / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: वन के राजा शेरशाह ने पहले सबको खूब हंसाया तरह तरह का भांति-भांति …) (मौजूदा)
- 20:41, 9 सितम्बर 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+1,634) . . न लिखूँगा तो रेतों पर ही / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: लिखूंगा तो रेतों पर ही चाहे वह मिट जाए पल में आज अगर मैं जी न सका त…) (मौजूदा)
- 20:40, 9 सितम्बर 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+1,398) . . न देह से करती बातें देह / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: जुबान से जुबान करती है बात यह जानकर अचरज नहीं होता आँखों-आँखों म…) (मौजूदा)
- 20:36, 9 सितम्बर 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+2,000) . . न चोर..... चोर..... / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: चोर.... चोर..... मैं ऐसा चोर जो चोरी से भी गया, हेरा-फेरी से भी गया । मैं…) (मौजूदा)
- 20:35, 9 सितम्बर 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+1,130) . . न कहनी न थी जो बात वो / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: कहनी न थी बात जो कहना पड़ा मुझे तेरे बगैर, कैसे कहूँ , खुश बहुत रह…) (मौजूदा)
- 20:33, 9 सितम्बर 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+2,013) . . न अन्धा कुआँ है यह कोशिश / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: मैं जानता हूँ अन्धा कुआँ है यह कोशिश तुम्हारी ओर आने की मैं जान…) (मौजूदा)
- 21:00, 19 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+2,635) . . न बहुत देर हो जाएगी तब तक / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: तुम कहाँ गलत थे ! या मैं कहाँ गलत था ! ये ऐसे सवाल हैं जिनके जबाव का …)
- 20:58, 19 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+2,098) . . न ज़िन्दगी भी अजीब है ! / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: बार-बार , कई बार परीक्षा करके देख लिया बुजुर्गों के बताए जुगत भिडा…)
- 20:56, 19 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+2,018) . . न जो सबसे पहले तुम्हारे पास पहुँचने की कोशिश करेगा / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: वह, जो सबसे पहले तुम्हारे पास पहुँचने की कोशिश करेगा सदी का सबसे ख…)
- 20:55, 19 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+1,895) . . न रानी क्यों रूठी ! / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: रानी क्यों रूठी ! राजा क्यों टूटा ! क्यों कौंधी थी बिजली ? वगैरह,वग…)
- 20:53, 19 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+2,553) . . न जब आप 'सच' बोलते हैं / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: आप जब भी 'सच' बोलते हैं मेरी उँगलियाँ थरथराने लगती हैं भिंच जाती ह…)
- 20:52, 19 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+1,662) . . न प्रेम का गोपनीय / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: उन दोनों ने तय पाया है कि वे प्रेम 'करते' हैं। तय किया कि शादी करें…)
- 20:50, 19 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+2,754) . . न यह कविता नहीं, सच का बयान है / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: अकड़ रहे थे हाथ - पैर मुँह से निकल रहा भाप थरथरा रहा था सारा बदन फि…)
- 20:46, 19 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+1,574) . . न जन्म-दिन के दिन / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: मैं अपने जन्म-दिन के दिन सोचता हूँ कि कोई अपने जन्म-दिन पर खुश कैस…)
- 20:42, 19 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+13) . . सुना है, मित्र को लड़की पसंद आ गई है ! / रवीन्द्र दास
- 20:41, 19 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+2,721) . . न सुना है, मित्र को लड़की पसंद आ गई है ! / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: सुना है, मित्र को लड़की पसंद आ गई है क्योंकि उसके होठ और स्तन और क…)
- 20:39, 19 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+1,523) . . रवीन्द्र दास
- 10:49, 15 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+2,444) . . न हक़ था तुम्हारा / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: हक़ था तुम्हारा जिसे तुम मांगते रहे थे दयनीय बनकर कि कर दे कोई कृ…)
- 10:48, 15 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+2,514) . . न सपनों में होने पर भी खुश था / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: सपनों में विचरना नियति थी उसकी कोई शौक या स्वेच्छा नहीं। पिछली …)
- 10:47, 15 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+1,393) . . न सपना तुम्हारी आंखों का / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: सपना तुम्हारी आंखों का मैं बन पाता ! हर बार कभी आंधी आई मैं तेरे ख…)
- 10:45, 15 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (-1) . . साँसों की रात थी वह / रवीन्द्र दास
- 10:45, 15 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+1,089) . . न साँसों की रात थी वह / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: इतनी नजदीकियों के बावजूद नहीं हो पा रहा था यकीन कि हम साथ हैं, गो…)
- 10:43, 15 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+1,595) . . न बकवास करो / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: बकवास करो हर बार करो - गर बिकता है। हंसो, हंसो, तुम और हंसो यदि इसस…)
- 10:40, 15 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+1,228) . . न दादी बोली मुन्ने से / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: दादी बोली मुन्ने से चंदा मामा आएगा दूध मलाई लाएगा तुमको खूब खिल…)
- 10:38, 15 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+14) . . जहाँ जो कुछ भी अलक्षित / रवीन्द्र दास
- 10:38, 15 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+844) . . न जहाँ जो कुछ भी अलक्षित / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: जहाँ जो कुछ भी अलक्षित रह गया है मैं वही हूँ, मौन और एकांत क्षण में…)
- 10:36, 15 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+1,422) . . न इतना तो बताते जाते ! / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: इतना तो बताते जाते कि पता ठिकाना तेरा मैं किससे पूछूँ ? रास्तों स…)
- 10:35, 15 अप्रैल 2010 (अंतर | इतिहास) . . (+759) . . रवीन्द्र दास
- 13:38, 15 नवम्बर 2009 (अंतर | इतिहास) . . (+2,285) . . न स्त्री और कविता / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: सूने आँगन को पाकर स्त्री नाच उठी थी तन-मन से , जैसे कि अभी कुछ देर म…)
- 13:22, 15 नवम्बर 2009 (अंतर | इतिहास) . . (+1,348) . . न चुप न रहो, कुछ कहो ( व्यथा- गीत ) / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: चुप न रहो , कुछ कहो तुम्हें कुछ तो कहना है। या लिखा भाग्य का मान सद…)
- 13:21, 15 नवम्बर 2009 (अंतर | इतिहास) . . (+1,982) . . न कोई फर्क नहीं पड़ता / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: अक्सर भटकता हुआ मैं पहुँच जाता हूँ उस तन्हाई में जहाँ तुम रूठे से…)
- 13:19, 15 नवम्बर 2009 (अंतर | इतिहास) . . (+1,637) . . न काफी नहीं था स्त्री होना / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: काफी नहीं था उसका सिर्फ़ स्त्री होना दुनिया की और भी रवायतें थीं …)
- 13:18, 15 नवम्बर 2009 (अंतर | इतिहास) . . (+699) . . रवीन्द्र दास
- 16:34, 14 अक्टूबर 2009 (अंतर | इतिहास) . . (+2,119) . . न रहती थी यहाँ कुछ कविताएँ / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: रहती थी यहाँ कुछ कविताएँ वैसे ही , जैसे रहती थी दादी की कहानियों म…)
- 16:33, 14 अक्टूबर 2009 (अंतर | इतिहास) . . (+1,536) . . न खिड़की मत बंद करो / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: सदियों से कह रहा हूँ कि मत बंद करो खिड़की खुला रहने दो दरवाजा कि …)
- 16:31, 14 अक्टूबर 2009 (अंतर | इतिहास) . . (+1,925) . . न चेहरे में कोई सपना / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: तुम्हारे चेहरे में कोई सपना था जिसे बरसो-बरस मैंने देखा किया तु…)
- 16:30, 14 अक्टूबर 2009 (अंतर | इतिहास) . . (+726) . . न उसके हाथ में तीन इक्के थे / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: उसके हाथ में तीन इक्के थे उसने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया और जी…)
- 16:29, 14 अक्टूबर 2009 (अंतर | इतिहास) . . (+2,011) . . न माँ! मैं झूठ नहीं कहता / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: माँ! मैं झूठ नहीं कहता मैं तुमसे प्यार नहीं करता नहीं चाहता हूँ म…)
- 16:27, 14 अक्टूबर 2009 (अंतर | इतिहास) . . (+1,298) . . न बाल बच्चेदार स्त्री ने गौर से देखा / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: बाल बच्चेदार स्त्री ने गौर से देखा अपने शरीर को , मचल गई - संभावना…)
- 16:26, 14 अक्टूबर 2009 (अंतर | इतिहास) . . (+2,550) . . न सिंघवा चमार का बेटा / रवीन्द्र दास (नया पृष्ठ: सिंघवा चमार का बेटा - फकीरा, एक-आध साल ही स्कूल जा पाया कमाल का ढोल…)
- 16:24, 14 अक्टूबर 2009 (अंतर | इतिहास) . . (+413) . . रवीन्द्र दास
- 07:34, 12 सितम्बर 2009 (अंतर | इतिहास) . . (+1,122) . . न गाँव का महाजन / केदारनाथ अग्रवाल (नया पृष्ठ: वह समाज के त्रस्त क्षेत्र का मस्त महाजन, गौरव के गोबर-गनेश-सा मारे...)
- 16:48, 8 अगस्त 2009 (अंतर | इतिहास) . . (+406) . . रवीन्द्र दास
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