अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
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18:39, 22 दिसम्बर 2010 के समय का अवतरण
दूरियों के दिन
रचनाकार | नित्यानन्द तुषार |
---|---|
प्रकाशक | |
वर्ष | प्रथम संस्करण- 1992, द्वितीय संस्करण- 2000 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | ग़ज़ल |
पृष्ठ | 80 |
ISBN | 81- 86694-13-7 |
विविध |
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- ज़िन्दगी में जब हमारी ज़िन्दगी आने लगी / नित्यानन्द तुषार
- हम भटकते हैं यहाँ पर अब वफ़ा के वास्ते / नित्यानन्द तुषार
- जो रहे सबके लबों पर उस हँसी को ढूँढ़िए / नित्यानन्द तुषार
- धुंध-सी छाई हुई है आज घर के सामने / नित्यानन्द तुषार
- मुहब्बत की कहानी में सदा ये ही हुआ होगा / नित्यानन्द तुषार
- हमेशा पास रहते हैं मगर पल-भर नहीं मिलते / नित्यानन्द तुषार
- ख़ुद से बाहर अब निकलकर देखें / नित्यानन्द तुषार
- ज़िन्दगी की इक हक़ीक़त आपसे कहता हूँ मैं / नित्यानन्द तुषार
- / नित्यानन्द तुषार
- / नित्यानन्द तुषार
- / नित्यानन्द तुषार
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