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चतुर्भुजदास
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जन्म | 1530 ई. अनुमानित |
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निधन | 1585 ई. अनुमानित |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
कीर्तन-संग्रह, कीर्तनावली, दान-लीला | |
विविध | |
अष्टछाप के कवि, पूर्व मध्यकाल (भक्तिकाल) की कृष्ण भक्ति शाखा के कवि | |
जीवन परिचय | |
चतुर्भुजदास / परिचय |
प्रतिनिधि रचनाएँ
- माखन की चोरी के कारन / चतुर्भुजदास
- गोपाष्टमी / चतुर्भुजदास
- जसोदा!कहा कहौं हौं बात / चतुर्भुजदास
- मैया मोहि माखन मिसरी भावे / चतुर्भुजदास
- मंगल आरती गोपाल की / चतुर्भुजदास
- गोवर्धन गिरिसघनकंदरा / चतुर्भुजदास
- रत्न जटित कनक थाल / चतुर्भुजदास
- भोर भये जसोदा जू बोलैं / चतुर्भुजदास
- दान मांगत ही में आनि कछु कीयो / चतुर्भुजदास
- रावल के कहे गोप / चतुर्भुजदास
- श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल / चतुर्भुजदास
- बैठे लाल फूलन की चौखंडी / चतुर्भुजदास
- फूलन की मंडली मनोहर / चतुर्भुजदास
- मनमोहन अद्भुत डोल बनी / चतुर्भुजदास
- हेत करि देत श्री यमुने वास कुंजे / चतुर्भुजदास
- वारंवार श्रीयमुने गुणगान कीजे / चतुर्भुजदास
- प्राणपति विहरत श्री यमुना कूले / चतुर्भुजदास
- चित्त में श्री यमुना, निशिदिन जु राखो / चतुर्भुजदास
- महामहोत्सव श्री गोकुल गाम / चतुर्भुजदास
अष्टछाप | ||
महाप्रभु श्री वल्लभाचार्य जी एवं उनके पुत्र श्री विट्ठलनाथ जी द्वारा संस्थापित 8 भक्तिकालीन कवि, जिन्होंने अपने विभिन्न पदों एवं कीर्तनों के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण की विभिन्न लीलाओं का गुणगान किया। और अधिक जानें... | ||
अष्टछाप के कवि: सूरदास । नंददास । परमानंददास । कुम्भनदास । चतुर्भुजदास । छीतस्वामी । गोविन्दस्वामी |