भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
अंजुम सलीमी
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:43, 20 फ़रवरी 2013 का अवतरण
अंजुम सलीमी
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | |
---|---|
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
अंजुम सलीमी / परिचय |
- आईना साफ़ था धुँधला हुआ रहता था मैं / अंजुम सलीमी
- अच्छे मौसम में तग ओ ताज़ भी कर लेता हूँ / अंजुम सलीमी
- बुझने दे सब दिए मुझे तनहाई चाहिए / अंजुम सलीमी
- चला हवस के जहानों की सैर करता हुआ / अंजुम सलीमी
- दर्द-ए-विरासत पा लेने से नाम नहीं चल सकता / अंजुम सलीमी
- दीवार पे रक्खा तो सितारे से उठाया / अंजुम सलीमी
- दिन ले के जाऊँ साथ उसे शाम कर के आऊँ / अंजुम सलीमी
- इन दिनों ख़ुद से फ़राग़त ही फ़राग़त है मुझे / अंजुम सलीमी
- इस से आगे तो बस ला-मकाँ रह गया / अंजुम सलीमी
- जस्त भरता हुआ दुनिया के दहाने की तरफ़ / अंजुम सलीमी
- कागज़ था मैं दिए पे मुझे रख दिया गया / अंजुम सलीमी
- कल तो तेरे ख़्वाबों ने मुझ पर यूँ अर्ज़ानी की / अंजुम सलीमी
- ख़ाक छानी न किसी दश्त में वहशत की है / अंजुम सलीमी
- मुझे भी सहनी पड़ेगी मुख़ालिफ़त अपनी / अंजुम सलीमी
- ज़ुहूर-ए-कश्फ़-ओ-करामात में पड़ा हुआ हूँ / अंजुम सलीमी