निकलाय रुब्त्सोफ़

| जन्म | 3 जनवरी 1936 |
|---|---|
| निधन | 19 जनवरी 1971 |
| उपनाम | Николай Михайлович Рубцов |
| जन्म स्थान | येमेत्स्क, ख़ल्मागोरस्की प्रदेश, अर्ख़न्गेल्स्क, रूस |
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| लहरें और चट्टानें (1962), गीति कविताएँ (1965), खेतों में चमकते सितारे (1967), आत्मा बचाए रखती है (1969), देवदार वृक्षों का शोर (1970), आख़िरी जलपोत (1973), नीलपंखी फूल (1975) | |
| विविध | |
| रूस के जनकवि। वोद्का में धुत्त होकर अपनी प्रेमिका से झगड़ पड़े और उसने इनका गला घोंट दिया। | |
| जीवन परिचय | |
| निकलाय रुब्त्सोफ़ / परिचय | |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- गुलदस्ता / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय
- वह / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय
- कहाँ जाएँगे उड़कर ... / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय
- मैंने तुम्हें चूमा ... / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय
- मैं कुछ नहीं करूंगा / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय
- सुदूर / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय
- झील पर / निकलाय रुब्त्सोफ़ / अनिल जनविजय