भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
धरनीदास
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 02:24, 20 मई 2016 का अवतरण
धरनीदास
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | 1616 |
---|---|
निधन | संवत् 1731 |
जन्म स्थान | माँझी, छपरा, बिहार |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
प्रेम प्रकाश, शब्द प्रकाश | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
धरनीदास / परिचय |
पुस्तकें
पद
- जहिया भइल गुरु उपदेस / धरनीदास
- पिय बड़ सुन्दर सखि / धरनीदास
- संतो कहा गृहस्त कहा त्यागी / धरनीदास
- है कोई संत राम अनुरागी / धरनीदास
- अमृत नीक कहै सब कोई / धरनीदास
- आदि अनादि मेरा सांई / धरनीदास
- आदि अंत मेरा है राम / धरनीदास
- राम बिन भाव करम नहिं छूटै / धरनीदास
- जो कोई भक्ति किया चहे भाई / धरनीदास
- प्रभुजी तोकह लाज हमारी / धरनीदास
- कोऊ भयो मुंडिया संन्यासी कोऊ जोगी भयो, / धरनीदास
- प्रभुजी अब जनि मोंहि बिसारो / धरनीदास
- पिया मोर बसै गउरगढ़ मैं बसौं प्राग हों / धरनीदास
- भई कंत दरस बिनु बावरी / धरनीदास
- अजहूँ मिलो मेरे प्रान पियारे / धरनीदास
- मन तुम कसन करहु रजपूती / धरनीदास
- मैं निरगुनिया गुन नहिं जाना / धरनीदास
- बहुत दिनन पिय बसल बिदेसा / धरनीदास
- हरिजन बा मद के मतवारे / धरनीदास
- सुमिरो हरि नमहि बौरे / धरनीदास