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'आफ़ताब' हुसैन
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'आफ़ताब' हुसैन
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जन्म | |
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उपनाम | 'आफ़ताब' |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
'आफ़ताब' हुसैन / परिचय |
- अपना दीवाना बना कर ले जाए / 'आफ़ताब' हुसैन
- अस्ल हालत का बयान ज़ाहिर के साँचों में नहीं / 'आफ़ताब' हुसैन
- बस एक बात की उस को ख़बर ज़रूरी है / 'आफ़ताब' हुसैन
- देखे कोई तअल्लुक़-ए-ख़ातिर के रंग भी / 'आफ़ताब' हुसैन
- फ़सील-ए-शहर-ए-तमन्ना में दर बनाते हुए / 'आफ़ताब' हुसैन
- हर फूल है हवाओं के रुख़ पर खिला हुआ / 'आफ़ताब' हुसैन
- जब सफ़र से लौट कर आने की तैयारी हुई / 'आफ़ताब' हुसैन
- कभी जो रास्ता हम-वार करने लगता हूँ / 'आफ़ताब' हुसैन
- कहाँ किसी पे ये एहसान करने वाला हूँ / 'आफ़ताब' हुसैन
- कमी रखता हूँ अपने काम की तकमील में / 'आफ़ताब' हुसैन
- किसी तरह भी तो वो राह पर नहीं आया / 'आफ़ताब' हुसैन
- मैं सोचता हूँ अगर इस तरफ़ वो आ जाता / 'आफ़ताब' हुसैन
- मक़ाम-ए-शौक़ से आगे भी इक रस्ता निकलता है / 'आफ़ताब' हुसैन
- मुनाफ़क़त का निसाब पढ़ कर मोहब्बतों / 'आफ़ताब' हुसैन
- क़दम क़दम पे किसी इम्तिहाँ की ज़द में है / 'आफ़ताब' हुसैन
- शब-ए-सियाह पे वा रौशनी का बाब तो हो / 'आफ़ताब' हुसैन
- तुम्हारे बाद रहा क्या है देखने के लिए / 'आफ़ताब' हुसैन
- वो सर से पाँव तक है ग़ज़ब से भरा हुआ / 'आफ़ताब' हुसैन
- ये जब्र भी है बहुत इख़्तियार करते हुए / 'आफ़ताब' हुसैन
- ज़रा सी देर को चमका था वो सितारा कहीं / 'आफ़ताब' हुसैन